बारिश का तांडव जारी है और आने वाले 24 घंटों में स्थिति और भी भयावह होने की आशंका है.
राजधानी देहरादून समेत नैनीताल और बागेश्वर जिलों में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि यहां भयंकर तबाही मच सकती है. गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है, जो किसी भी वक्त जानलेवा साबित हो सकती है. इसके अलावा, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने का अनुमान है, जो अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को उड़ाने की ताकत रखती हैं.
प्रकृति को किया तहस-नहस

क्या आपने मिलम-मुनस्यारी सीमा मार्ग के बारे में सुना है? प्रकृति के प्रकोप ने इसे पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया है. पिछले साल का मंजर अभी भी लोगों के जेहन में ताजा है जब इस मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया था और मलबे के कारण यह कई दिनों तक बंद रहा था. इस साल भी, ऐसी ही भयावह स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों से संपर्क टूट सकता है.
इन जिलों में बदला मिजाज
केवल यही नहीं! उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, अल्मोड़ा, ऊधमसिंहनगर और पिथौरागढ़ जैसे अन्य जिलों में भी मौसम का मिजाज बदलने वाला है. यहां हल्की से मध्यम बारिश के साथ झोंकेदार हवाएं चलेंगी, जो पर्वतीय मार्गों पर सफर कर रहे लोगों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं. भूस्खलन और चट्टान गिरने का खतरा बना हुआ है, इसलिए अगर आप इन क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं तो अपनी जान जोखिम में न डालें.
मौसम विभाग ने लोगों को घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सख्त सलाह दी है. यदि आप फंस जाते हैं, तो तुरंत स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें. अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें, क्योंकि उत्तराखंड में कुदरत का कहर जारी है और यह किसी भी वक्त भयानक रूप ले सकता है! सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!
संपादक शैल ग्लोबल टाइम्स दिनेश बम रूद्रपुर उत्तराखंड
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